युवावस्था हो या वृधावस्था ,यह जीवन की समयावधि नहीं है…
यह मानसिक दशा है .लोग आदर्शों को त्यागने और तरुनावस्था की चेतना खोने की वजह से बूढ़े होते हैं
बीता समय त्वचा पर झुर्रियां छोड़ता है पर आपकी उत्साहहीनता आत्मा पर.
आपकी उम्र आपके डर,संदेह अथवा निराशा पर निर्भर करती है.
आपका विश्वास आपको युवा बनाये रखता है.
यह मानसिक दशा है .लोग आदर्शों को त्यागने और तरुनावस्था की चेतना खोने की वजह से बूढ़े होते हैं
बीता समय त्वचा पर झुर्रियां छोड़ता है पर आपकी उत्साहहीनता आत्मा पर.
आपकी उम्र आपके डर,संदेह अथवा निराशा पर निर्भर करती है.
आपका विश्वास आपको युवा बनाये रखता है.