शनिवार, 3 मार्च 2012

नर्स और मरीज़;Nazm

मरीज़ को जैसे ही होश आया,
सामने एक सुन्दर नर्स  को पाया,
नर्स को देख कर देखता रह गया,
क्या कहूं क्या नहीं सोचता रह गया.

फिर हिम्मत जुटा कर
कुछ मुस्कुरा  कर
कहा नर्स इधर आओ,
तुमसे कुछ कहना है सुनती जाओ,

मुझे अभी अभी समझ में आया है,
शायद तुमने मेरा दिल चुराया है.

नर्स सकपकाई,
थोडा घबराई,
फिर हिम्मत बटोर कर जोर से गुर्राई,
 कहा तू झूठों  का सरदार है,
बहुत ही मक्कार है,

ये बात कहते हुए शर्म नहीं आई
दिल किसी और ने चुराया होगा,
हमने तो बस किडनी चुराई.




कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

post your comments